اللَّهُمَّ أَكْثِرْ مَالَهُ وَوَلَدَهُ، وَبَارِكْ لَهُ فِيمَا أَعْطَيْتَهُ
अनुवाद
ओ अल्लाह! उसके धन और संतान को बढ़ाओ, और जो कुछ भी तुम उसे दो उस पर अपना आशीर्वाद दो।” संकट का समय।
संदर्भ: साहिह अल-बुखारी 6344 इन-बुक संदर्भ: पुस्तक 80, हदीस 41
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ओ अल्लाह! उसके धन और संतान को बढ़ाओ, और जो कुछ भी तुम उसे दो उस पर अपना आशीर्वाद दो।” संकट का समय।
संदर्भ: साहिह अल-बुखारी 6344 इन-बुक संदर्भ: पुस्तक 80, हदीस 41